The best Side of पारद शिवलिंग के लाभ
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स्वयंभू शिव: स्फटिक शिवलिंग को भगवान शिव का स्वयंभू रूप माना जाता है। अर्थात, यह प्राकृतिक रूप से निर्मित होता है और किसी बाहरी प्रक्रिया से नहीं।
- घी से अभिषेक करने से वंश विस्तार होता है।
"Every thing was really easy. I could not feel that two days later I had been staring at my new truck - in my own driveway."
पारद शिवलिंग को अगर आप सूर्य में रखेंगे तो यह इंद्रधनुषी रंग को दर्शाता है, जिसे बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इसे स्पर्श करने मात्र से ही सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो जाता है, जिससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि अगर पारद शिवलिंग को बेडरूम में रखते हैं तो यह पति-पत्नी के बीच सद्भाव लाता है और दोनों एक-दूसरे का हमेशा सहयोग करने के लिए आगे रहते हैं।
पारद शिवलिंग मानी जाती है. मान्यता है कि ये शिवलिंग महादेव को अति प्रिय है. मान्यता है कि यदि पारद शिवलिंग की रोजाना विधिवत पूजा की जाए तो घर की बीमारियां समाप्त होती हैं और परिवार पर आए संकट दूर हो जाते हैं.
परिवर्तन जारी रखने के लिए सत्यापित करें
Just rub the lemon around the floor of Parad shivling just about every alternate day. It is going to begin shining. Then clean up it by using पारद शिवलिंग कैसा होता है a water and wipe it off with cleanse fabric. Now it is ready to worship or have on. There will be no markings still left any where in the shivalingam or if worn in the body.
जानें पारद शिवलिंग के महत्व, इस विधि शिवलिंग पूजा-उपासना से भगवान होगा प्रसन्न
अभिषेक मध्ये तुप , पाणी , गंगाजल , मध, (पाच वस्तूने बनविलेले पंचामृत) , वापर करू शकता.
रोज साध्या पाण्याने किंवा सुविधा असेल तर गंगाजल च्या पाण्याने अभिषेक करावा.
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रोज अभिषेक करताना नमः शिवाय मंत्र म्हणावा ,
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